Jabalpur Flyover : MP के सबसे बड़े Flyover का उद्घाटन हुआ

Jabalpur Flyover : मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाईओवर उद्घाटित, 7 किमी की दूरी अब सिर्फ 7 मिनट में

 

Jabalpur Flyover मध्य प्रदेश : मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर को आज एक ऐतिहासिक तोहफ़ा मिला है। लंबे समय से प्रतीक्षित Jabalpur Flyover जनता के लिए खोल दिया गया है। लगभग 7 किलोमीटर लंबा मदन महल–दमोह नाका फ्लाईओवर शहर के इतिहास में एक नया अध्याय लिख रहा है। इस परियोजना के शुरू होने से जबलपुर के यातायात का बोझ कम होगा और शहरवासियों को ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिलेगी। यह फ्लाईओवर मध्य प्रदेश की अब तक की सबसे बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में से एक माना जा रहा है।

 

40 मिनट की दूरी अब सिर्फ 7 मिनट में होगी पूरी : Jabalpur Flyover के शुरू होने से शहर में यात्रा करना अब और आसान हो गया है। पहले मदन महल से दमोह नाका तक की दूरी तय करने में लगभग 40 से 45 मिनट का समय लगता था, लेकिन इस फ्लाईओवर के खुलने के बाद अब यह सफर केवल 6 से 7 मिनट में पूरा हो जाएगा। यह न केवल लोगों का कीमती समय बचाएगा बल्कि ईंधन की खपत भी कम होगी। विशेषज्ञों के मुताबिक, फ्लाईओवर के शुरू होने से प्रतिदिन हजारों वाहन चालकों को राहत मिलेगी, जिससे शहर का ट्रैफिक सिस्टम और सुचारु हो जाएगा।

 

₹1,200 करोड़ की लागत से तैयार हुआ Jabalpur Flyover : मध्य प्रदेश सरकार ने जबलपुर की ट्रैफिक समस्या को हल करने के लिए ₹1,053 से ₹1,200 करोड़ की लागत से इस Jabalpur Flyover निर्माण कराया है। लगभग 7 किलोमीटर लंबे इस आधुनिक फ्लाईओवर में नवीनतम इंजीनियरिंग तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसमें उच्च गुणवत्ता वाला कंक्रीट, स्टील बो-स्ट्रिंग ब्रिज और केबल-स्टे ब्रिज जैसी संरचनाएं शामिल हैं। यह न केवल जबलपुर के लोगों के लिए एक सुविधाजनक सफर सुनिश्चित करेगा, बल्कि शहर के विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा।

 

आधुनिक डिज़ाइन और तकनीक की मिसाल : Jabalpur Flyover की सबसे बड़ी खासियत इसका 192 मीटर लंबा केबल-स्टे ब्रिज है, जो मदन महल रेलवे स्टेशन के ऊपर से गुजरता है। इसके अलावा, इसमें 70 मीटर लंबे तीन स्टील बो-स्ट्रिंग ब्रिज बनाए गए हैं, जिनमें से दो रणिताल में और एक बलदेओबाग में स्थित है। इन आधुनिक डिज़ाइनों ने फ्लाईओवर को न केवल मजबूत बनाया है बल्कि इसे सौंदर्य की दृष्टि से भी आकर्षक बना दिया है। यह परियोजना मध्य प्रदेश में स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर की नई पहचान बन चुकी है।

 

ग्रीन कॉरिडोर के रूप में भी विकसित : Jabalpur Flyover को एक साधारण सड़क परियोजना की तरह नहीं, बल्कि एक ग्रीन कॉरिडोर के रूप में विकसित किया गया है। फ्लाईओवर के नीचे 50,000 से अधिक पौधे लगाए गए हैं, जिससे प्रदूषण कम होगा और शहर का पर्यावरण बेहतर होगा। इसके अलावा, यहां ओपन जिम, बास्केटबॉल कोर्ट, और बच्चों के पार्क जैसी सुविधाएं भी विकसित की गई हैं। यह परियोजना न केवल ट्रैफिक जाम का समाधान है, बल्कि शहरवासियों के लिए जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने वाला कदम भी है।

 

2019 से 2025 तक का सफर : Jabalpur Flyover की नींव 2019 में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रखी थी। इसके बाद 2023 में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फ्लाईओवर के पहले चरण का उद्घाटन किया था। आखिरकार 2025 में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस परियोजना को जनता के लिए समर्पित कर दिया। लगभग छह साल की कड़ी मेहनत के बाद यह सपना साकार हुआ है। यह परियोजना न केवल जबलपुर के लिए बल्कि पूरे मध्य प्रदेश के लिए विकास की दिशा में एक मील का पत्थर है।

 

Jabalpur Flyover : विकास की नई पहचान : Jabalpur Flyover एक परिवहन सुविधा नहीं है, बल्कि यह मध्य प्रदेश के आधुनिक विकास की पहचान है। इसके शुरू होने से न केवल जबलपुर के लोगों को राहत मिलेगी बल्कि पूरे महाकौशल क्षेत्र की कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी। इस फ्लाईओवर के जरिए जबलपुर को स्मार्ट सिटी की दिशा में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। व्यापार, पर्यटन और आर्थिक विकास को नई गति देने में यह परियोजना महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी ।

 

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