राज्य के 5 लाख पशुपालकों को बड़ी राहत देते हुए, सरकार ने मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत बड़ी राशि जारी कर दी है। पशुपालकों के खातों में ₹364 करोड़ 47 लाख की अनुदान राशि सीधे (DBT) जमा की गई है। यह एकमुश्त भुगतान राजस्थान डेयरी किसानों के लिए दिवाली के तोहफे जैसा है, जो उनके आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना सात महीने का दुग्ध सब्सिडी DBT, प्रति लीटर ₹5 का अनुदान
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना ” पशुपालन विभाग द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, यह अनुदान राशि जनवरी 2025 से जुलाई 2025 तक की अवधि के लिए जारी की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य डेयरी किसानों को उनके दूध उत्पादन का उचित मूल्य दिलाना है।
- अनुदान दर: सहकारी दुग्ध समितियों को दूध बेचने पर ₹5 प्रति लीटर का अनुदान।
- ट्रांसफर का तरीका: डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधा पशुपालकों के बैंक खातों में।
- कुल लाभार्थी: लगभग 5 लाख किसान।
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना से पशुपालकों को बड़ी राहत: ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती
पशुपालन मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना से यह राशि जारी होने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। 364 करोड़ रुपए ट्रांसफर होने से दूध उत्पादक अपनी पशुधन की देखभाल, चारे और अन्य जरूरतों को आसानी से पूरा कर पाएंगे। सरकार का लक्ष्य पशुपालन को बढ़ावा देना और डेयरी क्षेत्र को संगठित करना है।
कैसे चेक करें आपके खाते में आई मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना की राशि?
- अपने बैंक खाते का स्टेटमेंट या पासबुक अपडेट कराएं।
- पंजीकृत मोबाइल नंबर पर आए DBT क्रेडिट मैसेज को चेक करें।
- अपने निकटतम सहकारी दुग्ध समिति केंद्र पर जाकर जानकारी प्राप्त करें।
सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना हेतु **₹650 करोड़** का बजट निर्धारित किया है, जो इस योजना के दीर्घकालिक महत्व को दर्शाता है।
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